Friday 7 March 2014

एक दुआ

कभी यूं ही कहा था तुमने.....
एक दुआ मेरे लिए भी कर लो...
बडा यकीन था तुम्हें मेरी दुआओं पर
और मैंने की भी यह जानते हुए
कि यह दुआ मुझसे दूर जाने की है...
शायद तुम्हारे कभी वापस आने की
आज भी करती हूं तमाम नाकाम दुआएं रोज
तुम्हारे लौटने की..............
और सोचती हूं.............
काश...........
वो दुआ भी कुबूल हुई होती.............प्रियंका


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